मेनारिया ब्राह्मण समाज की एक उप जाति है और यह 52 खेड़ा ब्राह्मण के रूप में भी जनि जाती है ! मेनारिया शब्द का प्रमाण जिला चितौड़गढ़ के छोटी सादड़ी तहसील के भँवर माता के वि.स. 547 (र्इ. सन 490) के शिलालेख में भी मिलता है।
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मंजिल यूही नहीं मिलती राही को जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है पूछा चिड़िया को की घोंसला कैसे बनता है वो बोली तिनका तिनका उठाना पड़ता है..
Anmol Vachan • हिंदी में सत्य वचन अनमोल वचन – 1 बुद्धि जिसके पास है उसी के पास बल होता है – चाणक्य नीति हाथी जैसे विशाल जानवर को एक छोटे से अंकुश से वश में किया जा सकता है ये इसी बात का प्रमाण है कि बुद्धि और तेज में ज्यादा शक्ति होती है। अनमोल वचन – 2 अँधेरा चाहे कितना भी घना हो लेकिन एक छोटा सा दीपक अँधेरे को चीरकर प्रकाश फैला देता है वैसे ही जीवन में चाहे कितना भी अँधेरा हो जाये विवेक रूपी प्रकाश अन्धकार को मिटा देता है अनमोल वचन – 3 वज्र पर्वत से बहुत छोटा है लेकिन वज्र के प्रभाव से बड़े से बड़े पर्वत भी चकनाचूर हो जाते हैं अनमोल वचन – 4 नीम के पेड़ को अगर दूध और घी से भी सींचा जाये तो भी नीम का वृक्ष मीठा नहीं हो जाता, उसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति को कितना भी ज्ञान दे दो वो अपनी दुष्टता नहीं त्यागता अनमोल वचन – 5 जिसने अपनी इच्छाओं पर काबू पा लिया, उस मनुष्य ने जीवन के दुखों पर काबू पा लिया अनमोल वचन – 6 संकट के समय धैर्य धारण करना मानो आधी लड़ाई जीत लेना है अनमोल वचन – 7 बिना कुछ किये ज़िन्दगी गुज़ार देने से कहीं अच्छा है ज़िन्दगी को गलतियां करते गुज़ार देना अनमोल ...
अखिल भारतीय मेनारिया ब्राह्मण समाज---Akhil Bhartiya Menaria Brahmin Samaj Bhagwan Parashuram, the sixth AVTAR of Vishnu is belongs to the Treta yuga, and is the son of Jamadagni and Renuka. Parashu means axe, hence his name literally means Rama-with-the-axe. He received an axe after undertaking a terrible penance to please Shiva, from whom he learned the methods of warfare and other skills. He fought the advancing ocean back thus saving the lands of Konkan and Malabar (Maharashtra - Karnataka - Kerala coastline). The coastal area of Kerala state along with the Konkan region, i.e., coastal Maharashtra and Karnataka, is known as Parashurama Kshetra (Parashurama's area). Some say it extends all the way to Mumbai in Maharashtra. Parshuram is said to be one of seven "Chiranjivi's. contact : menariya.india@gmail.com
डूंगला कस्बे से तीन किलोमीटर दूर एलागढ़ की पहाड़ी पर स्थित एलवा माता शक्तिपीठ करीब आठ सौ वर्ष पुराना है। इस दर्शनीय स्थल स्थित बड़ की बारियों के बारे में मान्यता है कि इनकी परिक्रमा करने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है। दोनों नवरात्र की अष्टमी पर यहां मेला लगता है। पहाड़ी के ऊपर से वागन बांध, बड़ीसादड़ी, बांसी, खरदेवला, निकुंभ की पहाडिय़ों का आकर्षण नजारा दिखता है। माता एलवा को हिंगलाज माई के दूसरे रूप में माना जाता है। इस मंदिर में एलवा माता की नयनाभिराम प्रतिमा के अलावा बावजी कुशानाथ की समाधि, अखंड धूणी, अंधेरिया ओवरा में नवचक्र, वट पुष्करणीय, शेषनाग की बांबी, ऐलागढ़ पर्वत की परिक्रमा प्राचीन दर्शनीय स्थान हैं। प्रत्येक रविवार को यहां श्रद्धालु माता का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। मान्यता है कि यहां श्रद्धापूर्वक मांगी गई मन्नत पूरी होती है। नवरात्र में भजन संध्या समेत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। एलवा माता मंदिर के पास अहीर, डांगी, जाट, गायरी, सालवी समेत अन्य समाजों की धर्मशालाएं बनी हुई हैं। पहाड़ के नीचे तलहटी पर महावीर एलवा गोशाला का निर्माण राष्ट्रीय संत कमलमुनि कमलेश की...
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